शहीद दिवस कानपुर देहात न्यायालय परिसर में मनाया गया

देश की आन बान शान पर आंच न आए जिसको लेकर शहीद-ए-आजम भगत सिंह ने छोटी सी उम्र में ही अपने प्राण न्योछावर कर दिए ,मगर उनकी शहादत को आज भी शहीद का दर्जा नही मिला है जिसको लेकर अधिवक्ता कल्याण संघर्ष समिति ने शहीद दिवस की पूर्व संध्या पर शहीदे आजम भगत सिंह को उनके हक शहीद का दर्जा और भारत रत्न को लेकर भारत सरकार से मांग करी है तो वहीं अधिवक्ताओ ने उनका शहीद दिवस कानपुर देहात न्यायालय परिसर में मनाया इस अवसर पर सरदार मोकम सिंह पूर्व प्रधान गुरुद्वारा बन्नो साहब सरदार गुरमीत सिंह अध्यक्ष उपभोक्ता बार एसोसिएशन अविनाश बाजपेई पूर्व अध्यक्ष बार एसोसिएशन बी एल गुप्ता तमाम पदाधिकारियों ने भगत सिंह के चित्र पर माल्यार्पण कर उनको नमन किया। संयोजक पंडित रवीन्द्र शर्मा ने शहीद-ए-आजम के बलिदान और उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि छोटी सी उम्र में ही देश के आजादी की ललक भगत सिंह में कूट कूट कर भरी हुई थी ऐसी शहादत का विश्व में दूसरा कोई उदाहरण नहीं है लेकिन कहीं ना कहीं अभी तक शहीद भगत सिंह को शहीद का दर्जा और भारत रत्न नहीं दिया गया है आज हम सभी ने इस शहीद दिवस के अवसर पर अद्वितीय बलिदानी सरदार भगत सिंह को शहीद घोषित करते हुए भारत रत्न से विभूषित किया जाए ऐसी हमने प्रधानमंत्री जी से मांग करी है
जोनल हेड राजन साहू